विध्युत धारा के प्रभाव [effect of electric current ]
हम दैनिक जीवन में विभिन्न मशीनो के माध्यम से विध्युत धारा के अलग अलग प्रभावों का उपयोग कर रहे हे। प्रत्येक मशीन किसी न किसी सिद्धांत पर आधारित होती है।
1 उष्मीय प्रभाव [heating effect ] -सभी चालकधारा प्रवाह के दौरान अपने प्रतिरोध के अनुसार कम या ज्यादा गर्म होते है, यही विध्युत धारा का उष्मीय प्रभाव है। उपयोग -हीटर ,इन्केंसिडेंट लैंप ,प्रेस आदि।
2 चुंबकीय प्रभाव [magnetic effect ]- किसी चालक को यदि कुंडली का रूप दे दिया जाये तो यह कठोर चुंबकीय क्षेत्र बनाता हे। उपयोग - fan , घंटी आदि।
3 रासायनिक प्रभाव [chemical effect ]- अम्लीय विलयनों में धारा प्रवाह करने पर उसमे गले पदार्थ अपने अवयवों में विभक्त हो जाते है ,इस प्रभाव का उपयोग विधुतलेपन व सेल में किया जाता है।
4 किरण प्रभाव [ray effect ]-यदि अधिक वोल्टेज को अधिक फ्रीक्वेंसी पर वायु शून्य नली [वैक्यूम ट्यूब ] में गुजारी जाये तो विषेस प्रकार की किरण पैदा होती हे जिन्हे x -ray कहा जाता है।
x -ray का उपयोग चिकित्सा में किया जाता है।
5 गैस आयनीकरण प्रभाव - यदि किसी वेक्यूम नली में मर्करी वास्प या सोडियम वास्प भरके उसमे धारा प्रवाहित की जाये तो गेसो का आयनीकरण हो जाता है यह विधुत का आयनीकरण प्रभाव कहलाता है।
उपयोग -नियोन साइन ट्यूब निर्माण में।
6 शरीर झटका लगना -मानव शरीर को यदि विद्युत के सम्पर्क में लाया जाए तो जोरदार झटके का अनुभव होता हे। इस प्रभाव से मनोरोगियों की चिकित्सा की जाती हे।
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